बीजेपी विधायक की पत्नी हुई लापता, पुलिस ढूंढ निकाली
सुल्तानपुर/जन की बात
आम आदमी को छोड़ दे यूपी में विधायक की पत्नी भी गायब हो गई। हालांकि बहुत मशक्कत के बाद यूपी पुलिस विधायक की पत्नी को ढूंढ ही निकाली। यूपी की राजधानी से एक बीजेपी विधायक की पत्नी के लापता होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सुल्तानपुर जिले की लंभुआ सीट से विधायक सीताराम वर्मा की 65 वर्षीय पत्नी पुष्पा को भूलने की बीमारी है। उनका इलाज चल रहा है। मंगलवार को वह इंदिरा नगर स्थित अपने आवास से लापता हो गईं। विधायक के बेटे की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस महिला की तलाश में जुट गई है। इसके लिए रास्तों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की सहायता ली जा रही है। पुलिस की कई टीमों को इस काम में लगा दिया गया है।
बेटे ने कराई थी प्राथमिकी दर्ज
डीसीपी उत्तर कासिम आब्दी ने बताया कि विधायक सीताराम वर्मा का गाजीपुर सेक्टर आठ में आवास है। मंगलवार सुबह छह बजे उनकी पत्नी पुष्पा वर्मा बगैर किसी को बताए घर से निकल गईं। परिजनों ने उन्हें हर तरफ ढूंढा लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया है। विधायक के बेटे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पंकज कुमार ने इसके बाद पुलिस से संपर्क किया और मां की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जानकारी मिलते ही विधायक भी सुल्तानपुर से लखनऊ पहुंचे।
बगैर बताए घर से निकल गई थी विधायक की पत्नी
डीसीपी नॉर्थ कासिम आब्दी ने कहा कि बीजेपी विधायक सीताराम वर्मा का गाजीपुर सेक्टर-8 में घर है. जहां उनकी पत्नी पुष्पा वर्मा (65 वर्ष ) परिवार संग रहती हैं. मंगलवार सुबह 6 बजे पुष्पा बिना किसी को कुछ बताए ही घर से कहीं चली गई थीं. काफी ढूंढने पर भी उनका पता न चला. इसके बाद सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल पंकज कुमार बेटे ने पिता को खबर दी. इस पर बीजेपी विधायक सीताराम वर्मा सुल्तानपुर से लखनऊ पहुंचे थे. इस बीच पंकज ने गाजीपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
विधायक ने डीसीपी से मांगी थी मदद
विधायक सीताराम वर्मा ने दोपहर को डीसीपी से मिलकर पत्नी को तलाशने में मदद मांगी थी. डीसीपी ने गाजीपुर और इंदिरानगर पुलिस की टीमों को पुष्पा वर्मा को खोजने के लिए लगाया था. डीसीपी नॉर्थ कासिम आब्दी ने कहा कि सुबह करीब 9 बजे विधायक की पत्नी पुष्पा इंदिरानगर स्थित अरविंदो पार्क चौकी के पास देखी गई थीं. पुलिस की टीमें सीसीटीवी कैमरों और सोशल मीडिया की मदद से उनको ढूंढ रही थी. पुष्पा वर्मा को भूलने की बीमारी है. उनका डॉक्टर से इलाज भी चल रहा है.
विधायक के बेटे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पंकज कुमार ने बताया कि मंगलवार को सुबह 6 इंदिरा नगर के सेक्टर आठ स्थित आवास से अचानक बिना किसी को बताए घर से निकल गई थीं. गुमशुदगी की रिपोर्ट गाजीपुर थाने में करवाई गयी थी. पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी किया थी. सूचना देने वाले के लिए दस हजार का इनाम देने की घोषणा की गयी थी. जगह-जगह विधायक की पत्नी के फोटो लगे इश्तिहार लगाए गए गये. जारी लुक आउट नोटिस में नीले रंग का सलवार सूट पहने हुए बताया गया था. संपर्क के लिए चार फोन नंबर भी जारी किए गए थे.
राजधानी की गाजीपुर पुलिस बीते 24 घंटों से बीजेपी विधायक की पत्नी को तलाश कर रही थी. 24 घंटे बाद पुलिस को सफलता मिली. सुलतानपुर के लम्भुआ से भाजपा विधायक सीताराम वर्मा की 65 वर्षीय पत्नी पुष्पा वर्मा को ढूंढने के लिए पुलिस की तीन टीम लगी हुई थी. इसके अलावा पुलिस ने लोगों से भी विधायक पत्नी की जानकारी देने की अपील की थी
मंगलवार को सुबह घर से निकलीं सुल्तानपुर के लंभुआ भाजपा विधायक सीताराम वर्मा की 65 वर्षीय पत्नी का 24 घंटे बाद पता चल पाया. विधायक पुत्र द्वारा गाजीपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. हालांकि पुलिस को इंदिरानगर इलाके के अरविंदो पार्क के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में विधायक पत्नी पुष्पा जाती हुई दिखी थीं. इसके बाद के कैमरों में वो नहीं दिख सकी है.
बनाई गई थी टीम
डीसीपी नॉर्थ कासिम आब्दी ने बताया कि विधायक पत्नी को ढूंढने के लिए गाजीपुर और इंदिरानगर थाने को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. तीन टीम इन इलाकों के हर सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही थीं. हालांकि उनको दोपहर में ढूंढ लिया गया. बताया जा रहा है कि भाजपा विधायक सीताराम की गुमशुदा पत्नी पुष्पा वर्मा को डिमेंशिया नाम की बीमारी है. इस कारण वह हर चीज थोड़ी देर में ही भूल जाती हैं. यही वजह है कि उन्हें ढूंढने में देरी हुई।
कई नंबर किए गए थे जारी
डीसीपी ने बताया कि, विधायक पत्नी का फोटो जारी कर लोगों से सहायता के लिए की अपील की थी. उन्होंने बताया था कि विधायक की पत्नी दिखने पर डीसीपी उत्तरी के 9454400489, एसीपी गाजीपुर के 9454401186, गाजीपुर थाने के 9454403848 इंदिरानगर थाने के 9454403883 और सर्विलांस प्रभारी के 7080100000 नम्बर पर पर जानकारी दी जा सकती है।
सहकारिता विभाग में थे
लंभुआ विधायक सीताराम वर्मा सहकारिता विभाग में ऊंचे पद पर रह चुके हैं. इन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से की थी. पहली बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव 2011 में लड़ा और चुनाव जीत कर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर आसीन हुए. हालांकि ये उनके लिए लंबी पारी नहीं रही. महज़ 15 महीनों में ही इनको अविश्वास प्रस्ताव के जरिये पद से हटा दिया गया. आपको बता दें बहुजन समाज पार्टी छोड़कर इन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन पकड़ा और पार्टी ने इनको जयसिंहपुर सदर सीट से उम्मीदवार बनाया. वहां इन्होंने जीत के साथ खाता खोला. साल 2022 में पार्टी ने इनको लंभुआ सीट से उतारा, जहां इन्होंने भारतीय जनता पार्टी को बड़ी जीत दिलाई.