काम नहीं करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर किसान मंच के सदस्य अब धारा 166 आईपीसी के तहत करेंगे मुकदमा : अवधेश सिंह
गिरिडीह/जन की बात
अंचल के अधिकारियों और कर्मचारियों को मनमाफिक रिश्वत नहीं मिलने पर कर्मचारियों द्वारा जमीन के प्लॉट का ऑनलाइन इंट्री, ऑनलाइन रसीद, उतराधिकार दाखिल खारिज, एल० पी० सी० एवं भूदान और बंदोबस्त से हासिल जमीन के जमाबंदी करवाने हेतू दिए गए आवेदन को तरह- तरह के बहाने लगा के रिजेक्ट करने से परेशान किसानों ने मंगलवार को झंडा मैदान गिरिडीह में किसान मंच के बैनर तले किसान पंचायत आयोजित किया। किसान पंचायत को संबोधित करते हुए किसान मंच के अध्यक्ष – सह- अधिवक्ता अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि मनमाफिक रिश्वत नहीं मिलने पर अंचल के कर्मी कभी यह कहकर आवेदन को रद्द कर रहे हैं कि किसान द्वारा प्रस्तुत किया गया जमीन का दस्तावेज धुंधला दिखाई पड़ रहा है तो कभी बेवजह जान बूझकर खतियान का मांग किया जाता है जो खतियान अभिलेखागार में भी नहीं है। अंचल के अधिकारी कर्मचारी का शिकायत जब वरीय अधिकारियों को किया जाता है तो वो शिकायत को गंभीरता से नहीं लेते हैं क्योंकि रिश्वत का रकम वरीय अधिकारियों को भी पहुंचता है। किसान मंच के सचिव विजय कुमार ने कहा कि भूमि विवाद में जो हत्या हो रहा है उसके लिए सबसे बड़ा जिम्मेवार अंचल के अधिकारी कर्मचारी ही हैं। बोबी देवी ने कहा कि हमें पता चला है कि पचंबा थाना कांड संख्या 106/23 के अभियुक्त मनोज ठाकुर ने अपने पुत्री बेबी कुमारी से पुलिस अधीक्षक गिरिडीह को इस आशय का एक आवेदन दिया है कि मैं और मेरी पुत्री ने बेबी कुमारी को धमकी देकर बेबी कुमारी से पत्र लिखवाई हुं और वीडियो बनवाई हूं। एस० पी० साहब इसका जांच कर उचित कारवाई करें नहीं तो पुनः आंदोलन होगा। आज के किसान पंचायत में यह निर्णय लिया गया कि रिश्वत दे पाने में सक्षम नहीं होने के वजह से जिन किसानों के आवेदन को अंचल द्वारा रिजेक्ट किया गया है अथवा उस पर कोई कार्रवाई नहीं किया जा रहा है उन किसानों का कार्य करने के लिए किसान मंच द्वारा संबंधित अधिकारी को पत्र भेजकर आग्रह किया जाएगा। आग्रह के बावजूद अगर वे कार्य नहीं करेंगे तो अब बिना विलंब किए आवेदक किसान संबंधित अधिकारी के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 166 सहित अन्य सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा करेंगे और अब किसान मंच जमीन का ऑनलाइन करवाने, खतियान दिलाने अथवा जमीन संबंधित अन्य कामों को कराने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन नहीं करेगा बल्कि अंचल और अभिलेखागार से सताए गए शोषित पीड़ित किसानों को एकजुट कर भ्रष्ट और निकम्मे अधिकारियों के गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे। आज के किसान पंचायत में देवरी अंचल अध्यक्ष अन्ना मुर्मू, तिसरी अंचल अध्यक्ष दासो मुर्मू, डुमरी अंचल अध्यक्ष थांभी मंडल किसान मंच के उपाध्यक्ष श्यामू बासके, कोषाध्यक्ष छत्रधारी सिंह, पूर्व महासचिव गंगाधर यादव, पूर्व सचिव देवचन्द्र यादव, कुदरत अली, परशुराम महतो, सनातन तिवारी, संचित गुप्ता, घनश्याम पंडित, हेमलाल सिंह, टीपन ठाकुर, धनेश्वर यादव, अब्दुल अंसारी, सुजीत दास, संतोष बास्के, बैजून, मुर्मू, अनिता हंसदा, द्वारिका पंडित, जीतन गोस्वामी, सरिता देवी, बिंदिया देवी, दुलारी देवी सहित सैकड़ों महिला पुरुष किसान उपस्थित रहे। किसान पंचायत के बाद किसान मंच के प्रतिनिधियों ने पुलिस अधीक्षक और अभिलेखागार के पदाधिकारी के नाम ज्ञापन दिया।