लोग घर में रहें समस्याएं दूर होगी – हेमंत
लोगों की समस्याओं के लिए सरकार गंभीर
रांची/जन की बात
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम से लोगों की समस्याओं को हरने में लगी है हेमंत सरकार। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान और सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रखंड, अंचल और जिला कार्यालयों के चक्कर लगाकर कमर टूटी जाती थी, लेकिन अब सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के जरिए घर-घर जाकर लोगों की जरूरतें पूरी करने के साथ-साथ उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। लोगों को यूनिवर्सल पेंशन योजना से भी जोड़ा जा रहा है। इन कार्यक्रमों में जन प्रतिनिधि और अधिकारी भी मौजूद रह रहे हैं।
झारखंड विधानसभा के स्थापना दिवस के संदर्भ में सीएम ने कहा कि हम सभी सत्ता पक्ष और विपक्ष की भूमिका में विधानसभा में रहते हैं और एक ही परिसर के अंदर पूरे राज्य के विषय में चिंतन-मंथन करते हैं। खट्टी-मीठी नोक-झोंक के साथ नीति निर्धारणहोता है।
विधानसभा ऐसा आईना है, जहां राज्यभर का चेहरा दिखाई देता है। विधानसभा के माध्यम से राज्य को दिशा देने का प्रयास होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था के तहत पक्ष और विपक्ष की भूमिका में हम कार्य करते हैं, जिसका परम लक्ष्य विकास और राज्य की जनता को अधिकार देना है। इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, उत्कृष्ट विधायक सम्मान से सम्मानित विश्रामपुर विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी, मंत्रीगण, विधायकगण, विधानसभाकर्मी समेत अन्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर विभिन्न योजनाओं को लागू किया गया है। जरूरतमंदों को योजनाओं से जोड़ने का काम हो रहा है। झारखंड के सभी वृद्धजनों, दिव्यांगजनों परित्यक्त महिलाओं को सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ा जाएगा। यह कार्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने तक पूरा करने का प्रयास हो रहा है। पेंशन योजना के तहत अब किसी तरह का लक्ष्य निर्धारित नहीं होगा। दो वर्ष पूर्ण होने तक सभी को योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के खिलाड़ी जब देश-दुनिया में नाम रोशन करते हैं, तो सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। यहां के खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति के तहत नौकरी दी जा रही है। यह कार्य अनवरत जारी रहेगा। अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिये मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा परदेशीय छात्रवृत्ति योजना से आच्छादित किया जा रहा है। इस योजना का लाभ सभी वर्ग के छात्रों को देने का निर्णय लिया गया है। सरकार उन्हें शत प्रतिशत स्कॉलरशिप प्रदान कर उच्च शिक्षा में सहयोग कर रही है।
विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने कहा कि यह खुशी का दिन है, हम सभी स्थापना दिवस समारोह में उपस्थित हुए हैं। यह अवसर राज्य गठन की परिकल्पना करने वाले एवं इस आंदोलन को अपने लहू से सींचने वाले आंदोलनकारियों को नमन करने के साथ राज्य गठन के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये समीक्षा करने का अवसर भी है।स्पीकर ने कहा कि योजनाओं को धरातल पर उतारने में लालफीताशाही के हस्तक्षेप को कम किया जा रहा है। विधायक जनहित के मुद्दों पर सदन में अधिक समय देने का प्रयास करें। उन्होंने आनलाइन प्रश्नोत्तरी और पेपरलेस विधानसभा बनाने की दिशा में तेजी से हो रहे कार्यों का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य में चलने वाला आंदोलन देश में राज्य निर्माण के लिए लंबा और शांतिपूर्ण चलने वाला सबसे बड़ा आंदोलन था। झारखंड में समावेशी विकास और राज्य गठन के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये सरकार प्रयासरत है। राज्यवासियों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से कार्य हो रहा है।
बिरसा मुंडा स्मृति उत्कृष्ट विधायक से सम्मानित होने के बाद भाजपा के वरिष्ठ विधायक पूर्व मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने शहीदों के बच्चों की शिक्षा से जुड़ी बड़ी घोषणा की। उन्होंने ऐलान किया कि विस स्थापना दिवस समारोह में सम्मानित शहीद के बच्चों की प्राइमरी से इंजीनियरिंग तक की पढ़ाई हो या डॉक्टरी की जो भी पढ़ना चाहेंगे, उन्हें निशुल्क शिक्षा मुहैया कराएंगे। सभी भोजन भी नि:शुल्क उपलब्ध कराएंगे। बाद में पत्रकारों से बात करते हुये उन्होंने कहा कि उनके 25 कॉलेज हैं, इसलिये वह अपने ऐलान के मुताबिक बच्चों को उनकी इच्छा के अनुरूप शिक्षा दे सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि ज्योतिष के कहने पर वे नौकरी छोड़ कर राजनीति में आए। उत्कृष्ट विधायक का सम्मान मिलने पर चंद्रवंशी ने कहा कि यह सिर्फ उनका नहीं बल्कि पूरी विधायिका का सम्मान है। कहा कि उन्होंने अपने जीवन में संघर्ष को अपनाया और बतौर विधायक उन्होंने संसदीय परंपरा और मर्यादा का हमेशा ध्यान रखा। पारदर्शिता के साथ पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है।
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने विधायी कार्य सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी सभी सदस्यों की होती है। अपने-अपने क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष की भूमिका में रहते हैं। उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही को सुचारू रूप से इसलिये भी चलाने पर जोर दिया क्योंकि जनता की गाढ़ी कमाई से विधानसभा आहूत होती है। लोगों की समस्या, उनके कल्याण के लिये नियम बनाना सभी का दायित्व है।