बेटे ने दो बार के मुखिया बाप को हराया
कहा मेरे पिता विकास नहीं कर रहे थे
पटना/जन की बात
राजनीति और चुनाव भी अजीब चीज़ है। बाप और बेटे तक को लड़ा देती है। बिहार के गोपालगंज में भी कुछ ऐसा हीं हुआ। दो बार से मुखिया रहे बाप को बेटे ने हीं हरा दिया। पंचायत चुनाव में बाप और बेटा आमने-सामने थे। दोनों ही गांव के मुखिया पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे थे। नतीजा आया तो बेटे ने दो बार के मुखिया पिता को हरा दिया। मौजूदा मुखिया विजय प्रसाद और उनके छोटे बेटे संतोष कुमार के बीच इस मुकाबले को लेकर आसपास के गांवों में खूब चर्चा रही। हर किसी के मन में एक ही सवाल था कि आखिर जीतेगा कौन? नतीजे वाले दिन तो पूरा गांव टकटकी लगाए रिजल्ट का इंतजार कर रहा था। अंत में बेटे ने इस ‘हाई प्रोफाइल’ मुकाबले को भारी बहुमत से जीत लिया। ख़बर के मुताबिक, बिहार के गोपालगंज के बरौली प्रखंड में माधौपुर पंचायत है। यहां मुखिया पद के लिए चुनाव हुए। दो टर्म से मुखिया रहे विजय प्रसाद तीसरी बार मुखिया बनने के लिए मैदान में थे। लेकिन इस बार उनके बेटे ने ही उनके खिलाफ पर्चा भर दिया था। बेटे की मानें तो वह बीते कुछ वर्षों से पिता के विकास कार्यों में हाथ बंटाता आया है और इस बार पिता ने अपने बड़े बेटे की बातों में आकर विकास कार्य नहीं किया। बाप- बेटे के चुनाव में उतरने के बाद लोगों की दिलचस्पी इसके परिणाम को लेकर बढ़ गई थी। परिणाम वाले दिन तो माहौल अलग ही था। नतीजा आया तो बेटे के समर्थक खुशी से झूम उठे। बेटे ने इस मुकाबले को बड़े अंतर से जीत लिया। बेटे संतोष को कुल 1981 वोट मिले, वहीं उनके पिता को सिर्फ 900 वोट मिले। राजनीति में इस तरह की घटनाएं कम ही देखने को मिलती है, यही वजह है कि इन नतीजों के बाद माधौपुर पंचायत चर्चा का विषय बना हुआ है।