- जिला अधिवक्ता संघ के चुनाव को लेकर बिछी चुनावी बिसात, 48 प्रत्याशियों के लिए 725 अधिवक्ता करेंगे मतदान
शनिवार को सुबह नौ से दोपहर के तीन बजे तक डाले जायेंगे वोट, देर शाम तक आयेगा परिणाम
गिरिडीह/जन की बात
तीन साल के कार्यकाल पूरा होने के बाद शनिवार को होने वाले जिला अधिवक्ता संघ के चुनाव को लेकर शुक्रवार को कोर्ट परिसर में न सिर्फ सरगर्मी का माहौल बना रहा। बल्कि हर एक पद पर खड़े प्रत्याशी पूरे जोश के साथ अपने पक्ष में चुनावी बिसात बिछाते देखे गए। वहीं दूसरी ओर मतदाता अधिवक्ताओं में भी चुनाव को लेकर जोश देखने लायक था। कुछ अधिवक्ता अपने समर्थित प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए खुब मेहनत कर रहे है। हालांकि शनिवार को होने वाले चुनाव में सात पदाधिकारियों सहित 9 कार्यकारिणी सदस्य के लिए कुल 48 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। वहीं करीब 725 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। अध्यक्ष पद पर जहां निवर्तमान अध्यक्ष प्रकाश सहाय के अलावे सुखदेव भाष्कर चुनावी मैदान में है। वहीं महासचिव पद पर निवर्तमान महासचिव चुन्नूकांत के अलावे उमेश चंद्र त्रिवेदी, विनय कुमार व पूरण महतो चुनावी मैदान में है। उपाध्यक्ष पद पर बालगोविंद साहू, केशव कुमार दराद व अजय कुमार सिन्हा, संयुक्त सचिव प्रशासन पद के लिए दशरथ प्रसाद, शिवेंद्र कुमार सिन्हा, पंचानंद मुनी व संजय कुमार, संयुक्त सचिव लाइब्रेरी पद पर सुभोनिल समांता, सुनीता कुमारी, अरूण कांती ठाकुर व राजीव कुमार, कोषाध्यक्ष पद पर उदय शंकर सिन्हा, मीरा कुमारी, अमित कुमार सिन्हा, धीरज कुमार सिन्हा व शिव कुमार गुप्ता तथा सह कोषाध्यक्ष पद पर दिनेश कुमार राणा, संतोष कुमार मिश्रा व ज्योतिष कुमार सिन्हा चुनावी मैदान में खड़े है। वहीं कार्यकारिणी सदस्य के 9 पदों के लिए कुल 23 प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़े है। जिसमें चंदन कुमार सिन्हा, जयंत कुमार सिन्हा, दिनेश प्रसाद शर्मा, सादकत हुसैन, भूनेश्वर महथा, शशांक शेखर, बिनोद कुमार यादव, बिनोद कुमार पासवान, बलराम राम, उर्मिला शर्मा, देवानंद सहाय, शामिली सिन्हा, अशोक कुुमार वर्मा, अमित सिन्हा, उत्तम सिन्हा, इमरान खान, शेलेष कुमार सिन्हा, निवेश कुमार सिन्हा, एकल्वय कुमार उजाला, विशाल आनंद, वैभव विशाल, प्रवीण कुमार सिन्हा व सलाउद्दीन अंसारी शामिल है। मतदान और मतगणना की प्रकिया की जानकारी देते हुए निर्वाचन अधिकारी शंभू नाथ सहाय ने कहा कि मतदान का कार्य सुबह 9 बजे से शुरू हो जायेगा जो दोपहर तीन बजे तक चलेगा। वहीं शाम को चार बजे से मतगणना की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी और देर शाम तक चुनाव परिणाम की घोषणा की जायेगी। कहा कि मतदान के दौरान मोबाइल के इस्तेमाल पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। निर्वाचन अधिकारी के अनुसार हर वोटर को अपने साथ अपना आई कार्ड लेकर आना होगा। बहरहाल शनिवार को होने वाले चुनाव को लेकर जहां हर एक प्रत्याशी अपने अपने वादे के साथ चुनावी बिसात बिछा चुके है। वहीं मतदाता अधिवक्ता भी प्रत्याशियों को सभी कसोटियों पर परखते हुए मतदान को लेकर अपना मन बना चुके है। हलांकि यह चुनावी बिसात किसके पाले में जाती है यह तक शनिवार को देर शाम तक आने वाले चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा। अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अधिवक्ता प्रकाश सहाय ने कहा कि इस चुनाव से पूर्व मेरा दो कार्यकाल अधिवक्ताओं ने देखा है ।वर्ष 2012 जब मैं पहली बार अध्यक्ष बना तो सदर विधायक सुदीप कुमार सोनू सहयोग से तत्कालीन राज्यसभा सांसद संजीव कुमार के द्वारा 65 केवी का साउंडलेस जनरेटर लगवाने का काम किया। वहीं वर्ष 2021 में जब मैं दूसरा चुनाव में जीता करो ना कॉल के दौर में अधिवक्ताओं की मौत हो गई । कई अधिवक्ताओं को बाहर रेफर किया गया। श्री सहाय ने बताया कि मरीजों की संख्या संख्या अधिक और एंबुलेंस की संख्या कम थी जिसके कारण समय पर लोगों का इलाज नहीं हो पा रहा था । तब मैंने सांसद प्रतिनिधि दिनेश प्रसाद यादव से मिलकर कहा कि सांसद एवं राज्य शिक्षा मंत्री महोदया अन्नपूर्णा देवी से अधिवक्ताओं के लिए एंबुलेंस की मांग किया और आज निशुल्क एंबुलेंस व्यवस्था उपलब्ध है। इस तरह से मैंने अधिवक्ताओं के लिए खोरिमहुआ एवं सदर अनुमंडल में बैठने वाले अधिवक्ताओं को गर्मी से राहत के लिए पंखा लगाने का काम किया। यदि अधिवक्ताओं ने मुझे इस बार मौका दिया तो जीतने के बाद मैं बार में माॅडल फर्नीचर लगाने के साथ कई अन्य सुविधाएं कार्य करुंगा। चुनाव मैदान में महासचिव पद के प्रत्याशी अपने पक्ष में मतदानर करने को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता पुरन महतो ने अपने घोषणा पत्र में होली, दुर्गा ,पूजा ,ईद में अधिवक्ताओं को दी जाने वाली सहयोग राशि को बढ़ाकर दस हजार रुपए की जाएगी एवं आय के अनुसार बढ़ोतरी भी होती रहेगी । प्रतिदिन के आय-व्यय का ब्यौरा ऑनलाइन होगा। नई कमिटी मॉडल रूल के मुताबिक तीन माह में एक्सक्युटिव कमिटी द्वारा अनुमोदित आय -व्यय का ब्योरा प्रस्तुत करेगी एवं प्रत्येक छः माह में जनरल बॉडी की बैठक कर आय -व्यय का ब्योरा प्रस्तुत की जायेगी तथा प्रतिवर्ष चाटर्ड अकाउंटेंट के द्वारा ऑडिट कराई जायेगी । लाइब्रेरी में सभी कानूनी पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी एवं ई लाइब्रेरी को दुरुस्त किया जायेगा। वहीं अधिवक्ताओं के मरनोपरांत दी जाने वाली राशि 50,000 रुपया से बढ़कर 100000 रुपए की जायेगी ।तथा अधिवक्ता भवन एवं सेड की साफ सफाई की समुचित व्यवस्था की जाएगी एवं शौचालय को दुरुस्त किया जायेगा । किसी अधिवक्ता को गंभीर बीमारी हो जाने एवं गंभीर रूप से दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की स्थिति में10,000 दस हजार रुपए लोन की व्यवस्था है जिसे बढ़ाकर 50,000 पच्चास हजार रुपए किया जायेगा । प्रत्येक अधिवक्ताओं का जीवन बीमा स्वास्थ्य बीमा किया जायेगा। बार एवं बेंच के बीच व्यवस्था दृष्टि की जाएगी एवं अधिवक्ताओं के मान सम्मान की रक्षा की जायेगी । बार एसोसिएशन के किरायेदारों की बकाया राशि लाखों में है उसे वसूल कर विकास कार्यों में खर्च किया जायेगा। अधिवक्ता संघ के आय -व्यय की लेखा-जोखा रखने हेतु एक अकाउंटेंट की बहाली अलग से की जायेगी एवं संघ के सभी तरह के फार्म के बिक्री अधिवक्ता संघ के काउंटर से की जाएगी एवं ऑनलाइन बिक्री व्यवस्था की जायेगी । अनुमंडल न्यायालय में कार्यरत माननीय अधिवक्ताओं के टेबल कुर्सी एवं अन्य जरूरी सुविधा की व्यवस्था की जायेगी एवं त्योहार में दी जाने वाली राशि सीधे उनके खाते में भेज दी जायेगी। संयुक्त सचिव ( प्रशासन ) पद के प्रत्याशी अधिवक्ता दशरथ प्रसाद ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि अधिवक्ताओं के कल्याणकारी योजनाओं को शत् प्रतिशत लागूं करना और दुर्गा पूजा, होली,ईद में दी जाने वाली राशि में बृदि किया जायेगा। युवा अधिवक्ताओं को विधि संगत कार्यशाला का आयोजन करना। श्री प्रसाद ने कहा कि आम सभा में पारदर्शिता लाना तथा अधिवक्ताओं को सुदृढ़ीकरण करना एवं बार एसोसिएशन की साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था करना और अधिवक्ताओं की बैठने का सुनिश्चित करना आदि है। महासचिव पद के चुनावी मैदान में प्रत्याशी वरिष्ठ अधिवक्ता उमेश चंद्र त्रिवेदी ने 297 ( बी.) दं.प्र.स. के तहत शपथ लेकर अट घोषणा पत्र जारी किया है इस घोषणा पत्र में संघ के तमाम आय -व्यय को प्रत्येक तीन माह पर आम सभा के सामने प्रस्तुत करने के लिए बाध्य रहूंगा । युवा अधिवक्ताओं को उनके योगदान के 5 साल तक विशेष प्रबंध समिति के द्वारा प्रतिमा ₹5000 प्रोत्साहित राशि दिया जाएगा । तथा सभी अधिवक्ताओं के लिए शानदार कुर्सी एवं टेबल की व्यवस्था कर न्यायिक कार्य करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करेंगे। सभी अधिवक्ताओं को वार्षिक त्यौहार के दोनों महोत्सव में ₹10000 बोनस के रूप में देंगे एवं अधिवक्ताओं के मृत्यु के पश्चात ढाई लाख रुपैया अनुग्रह राशि के रूप में दिया जाएगा। न्याय प्रशासन में अधिवक्ताओं की समुचित भागीदारी होगी । केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा 243 भारतीय संविधान के तहत मनरेगा जैसे तमाम सरकारी योजनाओं में अधिवक्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित कर उनके आय वृद्धि में तत्पर रहेंगे।