नवरात्रा में भी नहीं टूटी पेयजल एवम स्वच्छता की नींद
विभाग और जनप्रतिनिधि के बीच फुटबॉल बनी है व्यवस्था
खरगडीहा जला आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी
लगभग 20 हजार की आबादी प्रभावित
जमुआ/विजय चौरसिया
जमुआ पेयजल एवम स्वच्छता विभाग की नींद नवरात्रा में भी नहीं टूटी। करोड़ों की लागत से निर्मित खरगडीहा जल मीनार यहां के लोगों की प्यास बुझाने में नाकाम हो रही है। हमेशा से बीमार रहने वाली इस जलापूर्ति योजना से नवरात्रा में भी परेशान हैं मिर्जागंज, बदडीहा, मिश्रडीह, परगोडीह, जगन्नाथडीह के लोग। अपनी कुव्यवस्था को लेकर अभी बीते माह अखबारों की सुर्खियां बटोरने वाला यह जलापूर्ति फिर से बीमार पड़ गया है। रख-रखाव के अभाव और पदाधिकारियों की घोर उदासीनता के कारण यहां से जलापूर्ति अमूमन बाधित हीं रहती है। इस बार फिर से यही हाल है।
लगभग 20 हजार की आबादी प्रभावित
यहां की जलापूर्ति व्यवस्था विभाग और जनप्रतिनिधि के बीच फुटबॉल बना हुआ है। एक दूसरे के दोषारोपण से इस क्षेत्र के तकरीबन 15 से 20 हजार लोग प्रभावित हैं। उन्हें नवरात्रा में भी पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार चाहे लाख दावे करे, करोड़ो की राशि का बंदरबांट हो लेकिन जमुआ में मूलभूत सुविधाओं का अभी भी टोटा है। लोग यहां पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहे हैं। सरकार की महत्वकांक्षी योजनाएं का यहां सबसे बुरा हश्र देखा जा सकता है। लोगों की प्यास बुझाने वाला पानी टंकी आज खुद प्यासा नज़र आ रहा है। कभी मोटर जलने के कारण, कभी स्टॉफ की कमी तो कभी बिजली की समस्या और अब इसके संचालन को लेकर रस्साकस्सी। अपने निर्माण से अभी तक यह पानी टंकी कभी भी लोगों को लगातार पानी उपलब्ध नहीं कर सका है। पहले मोटर खराब रहा, किसी तरह से मोटर बनाया गया तो अब लो वोल्टेज की समस्या और अब इसके संचालन को लेकर विवाद। यानी करोड़ो की लागत से निर्मित इस पानी टंकी से महीने में बमुश्किल चार दिन भी सही से लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। विभागीय लापरवाही और अनदेखी के कारण प्रखंड के खरगडीहा, मिर्जागंज, बदडीहा, जगनाथडीह, परगोडीह, मिश्रडीह समेत कई दर्जन गांवों और हजारों घरों में पानी सप्लाई बंद कर रखा गया है। उस पर इस विभाग के दावे हजार।
पानी नहीं मिला तो होगा आंदोलन
बार बार पानी की आपूर्ति बाधित रहने से मिर्जागंज, बदडीहा, मिश्रडीह इत्यादि गावों के लोग आक्रोश में हैं। मिर्जागंज के नारायण साव, विजय साव, पवन साव, प्रदीप गुप्ता, पूजा कुमारी, सीमा कुमारी, संगीता देवी, खरगडीहा के पूर्व मुखिया चीना खान, मोनू साव, ज़ुल्फ़िकार अली, पप्पू खान, बिट्टू, राधा देवी, सरोज देवी, गुड़िया कुमारी, बदडीहा के दीपक कुमार, रिया कुमारी, शांति देवी, सबिता देवी, सुजीत कुमार, लक्ष्मी, दीपक कुमार, परगोडीह के किशोरी राय, छोटन कुमार, दयानन्द कुमार, मोहन तुरी, सुनील कुमार, लखपति तुरी के अनुसार इससे यहां के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। लोगों ने कहा कि जब इससे यहां के लोगों को कोई लाभ मिलना हीं नहीं था तो करोड़ों रुपये आख़िर क्यों खर्च किये गए। यह सरकारी राशि का अपव्यय है। सरकार को संज्ञान में दिया गया है। कहा टंकी से यदि नियमित पानी सप्लाई नहीं किया गया तो यहां के लोग आंदोलन को मजबूर होंगे।
क्या कहते हैं पदाधिकारी
विभाग के सहायक अभियंता शिवाशीष दास ने कहा कि अब यह योजना स्थानीय मुखिया को सौंप दिया गया है। समिति बनी है अब वही इसके लिए शुल्क भी वसूलेंगे और व्यवस्था भी देखेंगे।
विभाग के पदाधिकारीगण यह कहकर हमेशा अपना पल्ला झाड़ लेते हैं कि यह योजना पंचायत को सौंप दी गई है। उनके अनुसार खराबियां आती रहती है और यह एक रूटीन कार्य है। ठीक किया जायेगा लेकिन यह जलापूर्ति की व्यवस्था कब सुधरेगी यह नहीं बताया जाता है।