पत्थर माफियाओं के खिलाफ़ लाठी चार्ज
ग्रामीणों के संग विभिन्न संगठनों ने निकाला मार्च
जमुआ/जन की बात
शुक्रवार को जमुआ में कथित पत्थर माफियाओं के खिलाफ़ लाठी मार्च निकाला गया। प्रखंड के गोबिंदपुरा गांव के रैयतों के साथ आयोजित मार्च में राष्ट्रीय यादव सेना, भीम आर्मी और इंकलाबी नौजवान सभा के लोग भी शामिल रहे। शुक्रवार दोपहर को मार्च जमुआ के हॉस्पिटल रोड, थाना मोड़, चित्तरडीह रोड़, मिर्जागंज रोड़ प्रदर्शन के बा03द जमुआ चौक पर एक नुक्कडसभा में तब्दील हो गया। लाठी मार्च में गोविंदपुरा के दर्जनों महिला, पुरुष और बच्चे भी शामिल थे।
नुक्कड़ सभा का आयोजन
नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय यादव सेना के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने कहा कि किसी भी कीमत पर गोविंदपुरा के ग्रामीणों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। किसानों और मजदूरों की जमीन को खनन माफिया और पुलिस गठजोड़ से लूटने नहीं देंगे। यह लाठी मार्च एक चेतावनी मार्च है, यदि प्रशासन के द्वारा ग्रामीणों पर किया गया फर्जी मुकदमा वापस नहीं लिया गया तो राष्ट्रीय यादव सेना जमुआ में पुरजोर आंदोलन करेगी। माले नेता अशोक पासवान ने कहा कि पुलिस प्रशासन की एक तरफा कार्रवाई के खिलाफ हमारा आंदोलन अंतिम दम तक जारी रहेगा। सभा को इनौस के असगर अली, भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष उज्ज्वल कुमार रावण, विक्रम आनंद रॉय, विजय यादव, अरुण विद्यार्थी, ललन यादव आदि ने भी संबोधित किया और एक स्वर में कहा कि गोबिंदपुरा के ग्रामीणों पर किया गया मुक़दमा वापस नहीं लिया गया तो हमलोग चुप नहीं बैठेंगे l
मार्च में राष्ट्रीय यादव सेना के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव, वीरेंद्र यादव, प्रवीण यादव, पंकज यादव, पूरन यादव, प्रकाश पुजारी, विजय यादव, नकुल यादव, दिनेश यादव, रंजीत यादव ,कैलाश यादव ,छोटू यादव, भाकपा माले के विधानसभा नेता अशोक पासवान, इंकलाबी नौजवान सभा के विक्रम आंनद रॉय, असगर अली, मोहम्मद राजा, अभिमन्यु राम, अरुण विद्यार्थी, सुरेश चंद्रवंशी, भागीरथ पंडित, भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष उज्ज्वल रावण सहित गोविंदपुरा के दर्जनों ग्रामीण महिला पुरुष और संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
गहराता जा रहा है खनन का मामला
गौरतलब हो कि जमुआ के गोबिंदपुरा में पत्थर खनन को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा है। लीजधारक सुरेश झांझरी के कर्मियों और स्थानीय ग्रामीणों के बीच कई बार झड़प भी हुई है। दोनों तरफ के लोगों द्वारा एक दूसरे के ऊपर कई आरोप मढ़ते हुए जमुआ थाना में आवेदन भी दिया गया। जमुआ थाना द्वारा लीजधारक की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ग्रामीणों के द्वारा दिए गए आवेदन पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। अब दोनों आवेदनों पर प्राथमिकी दर्ज है, लेकिन करवाई किसी पर नहीं हैं। बहरहाल गोबिंदपुरा पत्थर खनन का मामला गहराता जा रहा है।