रिश्वत के आरोप में रेलवे अधिकारी गिरफ्तार
लखनऊ/जन की बात
पुलिस अधीक्षक सीबीआइ एसीबी लखनऊ को लिखी चिट्ठी में उन्होंने बताया था कि पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी उनसे सात लाख रुपये घूस मांग रहे हैं। रुपये न देने पर उन्होंने जेम पोर्टल पर फर्म का पंजीकरण निरस्त करने की धमकी दी है। उनकी फर्म को गोरखपुर स्थित स्टोर डिपो के लिए तीन ट्रक की आपूर्ति का टेंडर मिला है।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की टीम ने पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक (PCMM) केसी जोशी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। गोरखपुर के ठेकेदार प्रणव त्रिपाठी ने उन पर सात लाख रुपये घूस मांगने का मुकदमा दर्ज कराया है।
सीबीआइ की टीम दिन में तीन बजे केसी जोशी के कौवाबाग स्थित बंगला नंबर 23 पर पहुंची। यहां पांच लाख रुपये के साथ उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार किया। टीम उन्हें लेकर कार्यालय गई और जरूरी दस्तावेज, लैपटाप, हार्डडिस्क के साथ वापस बंगले पर आ गई।
रात करीब दस बजे कुछ और फाइलें लेकर कर्मचारी कार से बंगले पर पहुंचे। देर रात लगभग 12 बजे तक फाइलों को खंगालने और संबंधित रेलकर्मियों से पूछताछ करने के बाद टीम बंगले से बाहर निकल गई।
रेलवे में सामानों की आपूर्ति करने वाली फर्म सूक्ति एसोसिएट के प्रोपराइटर अलहदादपुर निवासी प्रणव त्रिपाठी ने नौ सितंबर को सीबीआइ में उनकी शिकायत की थी।
पुलिस अधीक्षक सीबीआइ एसीबी लखनऊ को लिखी चिट्ठी में उन्होंने बताया था कि पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी उनसे सात लाख रुपये घूस मांग रहे हैं। रुपये न देने पर उन्होंने जेम पोर्टल पर फर्म का पंजीकरण निरस्त करने की धमकी दी है।
उनकी फर्म को गोरखपुर स्थित स्टोर डिपो के लिए तीन ट्रक की आपूर्ति का टेंडर मिला है। लेकिन पीसीएमएम का कहना है कि सात लाख रुपये नहीं दिए तो पंजीकरण के साथ टेंडर भी रद करा देंगे।
सीबीआइ ने इस आरोप को आधार मानते हुए मुकदमा दर्ज किया था। मंगलवार को सीबीआइ की टीम ने अधिकारी को पकड़ने का जाल बिछाया और पीसीएमएम को उनके बंगले में ही रुपयों के साथ पकड़ लिया। यह रुपये कौन लेकर गया था, इसकी अधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। टीम जब अधिकारी को लेकर दोबारा उनके बंगले पर पहुंची तब लोगों की इसकी जानकारी हुई।
बंगले पर देर रात तक चली पूछताछ के बीच सूत्रों से पता चला कि नोएडा के सेक्टर 50 स्थित आवास पर भी सीबीआइ ने छापा मारा है। वहां से टीम को 50 लाख रुपये नगद मिले हैं। इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी सीबीआइ ने कब्जे में लिया है। इस छापे को लेकर रेलवे के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।