विस्थापित संघर्ष समिति का रेल रोको आंदोलन स्थगित
बोकारो / जन की बात
01 मार्च 2022 को विस्थापित संघर्ष समिति, टीटीपीएस-ललपनिया द्वारा डुमरी रेलवे स्टेशन से टीटीपीएस के बीच रेल रोको आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है।
इस बाबत आज सियारी पंचायत के गोसे ग्राम में विस्थापित संघर्ष समिति टीटीपीएस-लालपनिया की एक सभा की गई। इस सभा की अध्यक्षता पूर्व मुखिया पूरण मांझी एवं संचालन विस्थापित नेता राजेंद्र प्रजापति ने किया। इस सभा में 01 मार्च को रेल रोको आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की गई। सभा को संबोधित करते हुए विस्थापित संघर्ष समिति के सचिव श्याम सुंदर महतो ने कहा डुमरी बिहार से टीटीपीएस ललपनिया तक हुए रेल पथ के निर्माण में जिन विस्थापितों की जमीन गई है जिनकी जमीन पर रेल पथ का निर्माण किया गया है, उनके हक और अधिकार के लिए 01 मार्च को डूमरी बिहार से टीटीपीएस के बीच रेल रोको आंदोलन रखा गया था। इस आंदोलन से भयभीत होकर टीटीपीएस प्रबंधन समिति के साथ वार्ता करने पर मजबूर हुई और अंत में टीटीपीएस प्रबंधन ने यह आश्वासन दिया है कि हम विस्थापित संघर्ष समिति टीटीपीएस ललपनिया के विस्थापितों की हर मांग मानने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आग्रह किया कि 01 मार्च को होने वाले रेल रोको आंदोलन को स्थगित कर दिया जाए । प्रबंधन के आग्रह पर समिति ने रेल रोको आंदोलन को स्थगित कर दिया है। उन्होंने कहा प्रबंधन ने 10 दिन का समय मांगा है हमारी मांगों को पूरा करने के लिए।
इस सभा में उपस्थित सीटू के जिला अध्यक्ष भागीरथ शर्मा ने कहा यह विस्थापितों की एकता का जीत है कि विस्थापितों के आंदोलन के आगे टीटीपीएस प्रबंधन झुक गई और विस्थापित संघर्ष समिति टीटीपीएस ललपनिया की मांगों को पूरा करने के लिए वह मजबूर दिखाई पड़ रही है। विस्थापितों की एकता का ही नतीजा है कि प्रबंधन हमारी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दे रही है उन्होंने कहा आज किसानों और विस्थापितों को एक साथ मिलकर अपनी एकता को प्रदर्शित करते हुए प्रबंधन के खिलाफ अपने हक और अधिकार के लिए आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि 01 मार्च को होने वाले रेल रोको आंदोलन को स्थगित जरूर कर दिया गया है लेकिन प्रबंधन ने 10 दिनों के अंदर जो उसे पूरा करने का वादा किया है अगर वह पूरा नहीं करती है तो विस्थापित पुनः आंदोलन पर जाएं हम विस्थापितों के साथ हैं।
सीटू नेता राकेश कुमार ने कहा जिस तरह विस्थापित संघर्ष समिति टीटीपीएस ललपनिया के बैनर तले डुमरी बिहार से टीटीपीएस तक विस्थापित हुए लोग आंदोलन कर रहे हैं और अपने आंदोलन की बदौलत उन्होंने लड़कर बहुत कुछ हासिल भी किया है, उनके आंदोलन से प्रेरणा लेकर ही आज गोमिया अंचल के अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्रों में विस्थापित एकजुट हो रहे हैं और विस्थापित संघर्ष समिति के नेतृत्व में संघर्ष करने को तैयार हो रहे हैं। उन्होंने कहा उसी का नतीजा है कि आज डीवीसी कोनार डैम में भी विस्थापित संघर्ष समिति का गठन हुआ है, आने वाले दिनों में ओएनजीसी के खिलाफ भी विस्थापित एकजुट हो रहे हैं और आने वाले दिनों में आईईएल गोमिया के खिलाफ अपने हक और अधिकार के लिए विस्थापित संघर्ष समिति के नेतृत्व में एक बड़ा आंदोलन होने जा रहा है उन्होंने कहा भविष्य में सीसीएल के अंदर भी विस्थापितों को एकजुट कर विस्थापित संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा और पूरे अंचल के सभी औद्योगिक क्षेत्रों के खिलाफ विस्थापितों के हक और अधिकार के लिए संघर्ष किया जाएगा जरूरत पड़ने पर कोयला उद्योग की तरह संयुक्त मोर्चा के आधार पर विस्थापितों के आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा
इस सभा को विस्थापित नेता विनय महतो सहदेव महतो समेत अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।