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जमुआ एजीएम के खिलाफ़ बढ़ता जा रहा है आक्रोश

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जमुआ एजीएम के खिलाफ़ बढ़ता जा रहा है आक्रोश

पंचायत प्रतिनिधियों ने किया पीडीएस गोदाम का निरीक्षण

पकड़ी कई गड़बड़ियां, रोस्टर को ताक पर रखकर भेजा जा रहा राशन

 

जमुआ/जन की बात

जमुआ एजीएम के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता हीं जा रहा है। शिकायत पर शिकायत हो रही है और एजीएम का रवैया नहीं सुधर रहा है। ऊपर के पदाधिकारी चुनावी बहाना बनाकर अपने चहेतों को बचाने में लगे हैं। अभी 12 दिन पहले जमुआ एजीएम द्वारा भरे वाहन चावल कालाबाजारी का मामला शांत भी नहीं पड़ा था कि सोमवार को जमुआ पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा एफसीआई गोदाम के औचक निरीक्षण में कई तरह की और गड़बड़ियां सामने आई। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यहां न खाता न बही जो एजीएम कहे वो सही वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। औचक निरीक्षण टीम में जमुआ के प्रमुख प्रतिनिधि संजीत यादव, उप प्रमुख रब्बुल हसन रब्बानी, प्रखण्ड 20 सूत्री अध्यक्ष मो. जुनैद आलम, कांग्रेस नेत्री मंजू कुमारी, 20सूत्री सदस्य सच्चिदानंद सिंह, पांसस अंजनी सिन्हा, मो. बेलाल, मो. गफूर, इजरायल, मनोज पण्डा, नन्दकिशोर यादव, पंसस प्रतिनिधि पंकज यादव सहित कई लोग थे।

निरीक्षण के पश्चात जनप्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से कहा कि निरुक्षण में कई गड़बड़ियां पकड़ी गई। एजीएम बसंत कुमार तय रोस्टर को धता बताते हुए जैसे तैसे अनाज लदी गाड़ियों को भेज रहा है। एजीएम अपने चहेतों को समय से पहले अनाज भेज रहा है तो कई डीलरों के यहां जून और जुलाई का भी राशन नहीं भेजा गया है जबकि गोदाम मे सितंबर माह का राशन प्राप्त किया जा रहा है। बताया कि जांच से पता चलता है कि जून माह के राशन की खुलेआम कालाबाजारी यहां से की गई है। बताया कि प्रखंड के कुछ नाममात्र डीलर द्वारा ही जून माह का अनाज कार्ड धारकों को दिया गया है। ग्रामीणों द्वारा कई शिकायतें आई, ग्रामीणों ने लिखित रूप से भी शिकायत की। लेकिन यहां कोई किसी का सुनने वाला नहीं है। जिला के जमुआ एमओ द्वारा भी ग्रामीणों की शिकायत पर कोई कार्रवाई न करते हुए उस पर लीपापोती की गई है। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि जनता के राशन को डीलरों और अफसरों के द्वारा हड़पने नहीं देंगे। कहा इसके सरगना जमुआ एजीएम पर कोई कानूनी कारवाई नहीं होती है तो हम सभी आंदोलन को मजबूर होंगे। भ्रष्ट अफसरों व डीलरों को ब्लॉक से खदेड़ा जाएगा। पूरे आरोप पर जहां एजीएम ने कुछ भी कहने से मना किया वहीं जमुआ एमओ ने कहा कि हमने तो जांच रिपोर्ट जिला को सौंप दिया है। अब जो भी करवाई होनी है जिला से हीं होनी है। कहा इसपर क्यों देर हो तरह है इस सम्बंध में भी मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।

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